वेलेंटाइन डे,
शीर्षक,
वेलेंटाइन डे 🌹
लम्हां लम्हां गवाह है,
जर्रा जर्रा पुकारता है।
आजकल का नही है यह नाता,
यह तो शुरू होकर अंत तक जाता,
यह दिल तुमको सदियों से जानता है।
पल दो पल, या कुछ दिन महीनों कि तलब नही,
न वर्षों का है सफर, न घड़ियों की पैदाइश है,
यह तो जन्मों जन्मों का राब्ता है।
रोज डे, मिस डे, किस डे, चॉकलेट डे, टैडी डे हग डे,
प्रोमिश डे, फिर वेलेंटाइन डे, यह तुम्हारा इश्क है वीकली
हमारा इश्क तो आँखों से शुरू हो दिल तक महकता है।
यह मासूम दिल कोई ख़्वाहिश नही करता,
तुमसे किसी तरह की आजमाइश नही रखता,
दिल के जज्बों से , तुम्हें एहसासों तक चाहता है।
तुम जहाँ भी रही सदा सलामत रहो,
बनके सदा मेरी पहली चाहत रहो,
तेरे नाम का रख्खा हुआ हर दिया यही दुआ मांगता है।
अन्जू दीक्षित,
उत्तर प्रदेश।
Ekta shrivastava
15-Feb-2022 08:53 AM
Nice
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Punam verma
15-Feb-2022 12:06 AM
Nice
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Abhinav ji
14-Feb-2022 11:44 PM
Very nice mam
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